Divyank Ratio vs Golden Ratio: क्या Divyank अनुपात गोल्डन रेशियो से श्रेष्ठ है?

🕉️ Divyank Ratio vs Golden Ratio: क्या Divyank अनुपात गोल्डन रेशियो से श्रेष्ठ है? Divyank Ratio क्या है और यह Golden Ratio से कैसे श्रेष्ठ है? जानें इस दिव्य अनुपात का रहस्य जो चेतना, ऊर्जा और वेदांत से जुड़ा है। 🔷 प्रस्तावना (Introduction) Golden Ratio (1.618) को सदियों से प्रकृति की दिव्य रचना माना गया है। यह अनुपात फूलों, शंखों, और मंदिरों की वास्तुकला में दिखता है। लेकिन क्या कोई ऐसा अनुपात भी है जो केवल रूप और सौंदर्य नहीं, बल्कि चेतना, ऊर्जा प्रवाह और आत्मिक विकास को दर्शाता है? इसका उत्तर है – Divyank Ratio । यह एक ऐसा अनुपात है जो वेदिक विज्ञान , योग , और आध्यात्मिक ऊर्जा तंत्र से जुड़ा हुआ है। 📐 Golden Ratio क्या है? Golden Ratio , जिसे Phi (φ ≈ 1.618) कहा जाता है, एक गणितीय अनुपात है जो तब बनता है जब एक रेखा इस प्रकार विभाजित हो कि पूरी रेखा का अनुपात उसके बड़े भाग से वही हो जो बड़े भाग का छोटे भाग से हो। उपयोग: 🌿 प्रकृति: सूरजमुखी, समुद्री शंख, पेड़ की पत्तियाँ 🏛️ वास्तुकला: मिस्र के पिरामिड, यूनानी मंदिर 🧍♀️ शरीर संरचना: चेहरे की बनावट, नाभि का ...