ईश्वर जो करते हैं, अच्छे के लिए करते हैं

 ईश्वर जो करते हैं, अच्छे के लिए करते हैं ||

एक समय की बात है, एक छोटे से गाँव में आरव नाम का एक लड़का रहता था। वह सिर्फ 10 साल का था लेकिन बहुत समझदार और जिज्ञासु था। वह अक्सर अपने दादा जी से सवाल पूछता – “दादा जी, भगवान हमें दुख क्यों देते हैं? क्या भगवान नहीं चाहते कि हम खुश रहें?”

दादा जी मुस्कराते और कहते, “बेटा, ईश्वर जो भी करते हैं, हमारे भले के लिए करते हैं। कभी-कभी हमें वह तुरंत समझ नहीं आता, लेकिन समय के साथ सब कुछ साफ हो जाता है।”

एक दिन गाँव में बहुत तेज़ बारिश हुई। बारिश इतनी ज्यादा थी कि आरव का स्कूल बंद हो गया। आरव बहुत उदास हो गया क्योंकि उस दिन स्कूल में पिकनिक थी। वह सोचने लगा, “भगवान ने ऐसा क्यों किया? क्या वो नहीं चाहते कि हम खुश रहें?”

दादा जी ने उसे समझाया, “बेटा, चलो इंतज़ार करो और देखो कि ईश्वर ने क्या योजना बनाई है।”




दो दिन बाद गाँव के स्कूल के पास एक पेड़ गिर गया। वह पेड़ ठीक उस जगह गिरा जहाँ बच्चे पिकनिक पर बैठने वाले थे। अगर पिकनिक होती, तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था।

आरव यह जानकर हैरान रह गया। अब उसे समझ आया कि ईश्वर ने बारिश इसलिए करवाई ताकि बच्चों की जान बच सके। वह दादा जी के पास दौड़ता हुआ गया और बोला, “दादा जी, आप सही कहते थे। ईश्वर जो करते हैं, अच्छे के लिए करते हैं।

दादा जी मुस्कराए और बोले, “बिल्कुल बेटा। हमें हमेशा भगवान पर भरोसा रखना चाहिए, चाहे हालात जैसे भी हों।”

उस दिन से आरव ने हर छोटी-बड़ी बात में ईश्वर की मर्जी पर भरोसा करना सीख लिया। जब भी कुछ गलत होता, वह सोचता – “जरूर इसमें भी कोई भलाई छिपी होगी।”

सीख (Moral of the Story)

ईश्वर जो करते हैं, अच्छे के लिए करते हैं। हमें हर परिस्थिति में धैर्य रखना चाहिए और भगवान की योजना पर विश्वास करना चाहिए। कई बार जो हमें बुरा लगता है, वही हमारे लिए सबसे अच्छा साबित होता है।

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